Umesh Pal Murder : असद का मोबाइल, एटीएम इस्तेमाल करने वाले दो दोस्त हिरासत में, एसटीएफ ने हैदराबाद से पकड़ा
उमेश पाल केस: STF के हाथ लगी बड़ी कामयाबी, माफिया के बेटे का मोबाइल और ATM इस्तेमाल करने वाला युवक पकड़ा गया
उमेश पाल की हत्या के दिन लखनऊ में असद के मोबाइल और एटीएम का प्रयोग करने वाले दो युवकों को एसटीएफ ने हिरासत में लिया है। दोनों युवकों का असद का मोबाइल और एटीएम प्रयोग करना षड्यंत्र का एक हिस्सा था।
उमेश पाल की हत्या के दिन लखनऊ में असद के मोबाइल और एटीएम का प्रयोग करने वाले दो युवकों को एसटीएफ ने हिरासत में लिया है। दोनों युवकों का असद का मोबाइल और एटीएम प्रयोग करना षड्यंत्र का एक हिस्सा था। पुलिस को यह जताने के लिए कि घटना वाले दिन असद लखनऊ में मौजूद था। हालांकि असद के गाड़ी से उतरने के बाद सीसीटीवी में चेहरा दिख गया और यह षड्यंत्र फेल हो गया। सूत्रों के मुताबिक असद के दोनों दोस्त घटना के बाद से फरार थे। उन्हें हैदराबाद से पकड़ा गया है। दोनों से पूछताछ में कई खुलासे होने की संभावना है।
असद की अगुवाई में यह हत्याकांड होना था
प्राप्त जानकारी के अनुसार, उमेश पाल शूटआउट के दिन यही दोस्त लखनऊ में असद अहमद का मोबाइल फोन और एटीएम कार्ड इस्तेमाल कर रहा था। इसने असद के मोबाइल फोन से तमाम लोगों से बातचीत की थी। इसके अलावा असद के एटीएम कार्ड का भी इस्तेमाल किया था। असद के कार्ड से एटीएम बूथ से पैसे निकाले थे।
उमेश पाल की हत्या के लिए फुलप्रूफ प्लानिंग की गई थी। अतीक के बेटे असद की अगुवाई में यह हत्याकांड होना था लेकिन, असद को गाड़ी से उतरना नहीं था। उसने अपना मोबाइल और एटीएम लखनऊ में पढ़ने वाले दो दोस्तों को दे दिया था। उनसे कहा गया था कि हत्या से पहले और बाद में वे लगातार मोबाइल का प्रयोग करें। उसी दिन एटीएम का भी प्रयोग करना था। असद के दोनों दोनों दोस्तों ने ऐसा ही किया। इसके बाद उसका मोबाइल और एटीएम लखनऊ वाले फ्लैट में रख दिया।
असद को बचाने के लिए रची गई थी साजिश
इस बात से असद यह साबित करता कि घटना वाले दिन वह लखनऊ में था। हालांकि, पूरी प्लानिंग असद की वजह से ही फेल हो गई। घटना वाले दिन शूटरों को कार से उतरते ही उमेश को गोली और बमों से मार देना था। लेकिन पहली गोली लगने के बाद उमेश अंदर की तरफ भागे तो असद बौखला गया। वह पिस्टल लेकर कार से उतरा तो बगल में बैठा साबिर भी रायफल लेकर फायरिंग करने लगा।असद गोलियां चलाते उमेश के पीछे दौड़ा और कई गोलियां दागीं। सीसीटीवी में न सिर्फ असद का चेहरा सामने आ गया बल्कि उसी की वजह से पूरा मामला इतना सनसनीखेज हो गया।
पकड़े गए दोस्तों ने किए कई खुलासे
उमेश की हत्या के बाद पुलिस ने अतीक के लखनऊ वाले फ्लैट पर छापा मारा तो मोबाइल और एटीएम मिल गए। जांच की गई तो घटना वाले दिन असद के मोबाइल से कई फोन किए गए थे। एटीएम से भी ट्रांजेक्शन हुआ था। जांच हुई तो दोनों दोस्तों के बारे में पता चला। जहां से एटीएम कार्ड से ट्रांजेक्शन हुआ था, उसकी सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस को मिल गई।
असद के दोनों दोस्तों की खोजबीन शुरू हुई लेकिन दोनों फरार थे। एसटीएफ सूत्रों के मुताबिक वे हैदराबाद में थे। पुलिस की एक टीम ने दोनों को वहां से पकड़ा है। उनसे पूछताछ की जा रही है। सूत्रों के पूछताछ में कई नई बातों का पता चला है। पकड़े गए दोनों युवक भाई हैं। छोटा भाई असद का दोस्त है।
लखनऊ में एक शूटर से भी हुई थी मुलाकात
असद के दोस्त ने न सिर्फ घटना वाले दिन उसके मोबाइल और एटीएम का प्रयोग किया बल्कि घटना के बाद उमेश हत्याकांड में शामिल एक शूटर से लखनऊ के इंपीरियल काॅलेज के पास मुलाकात भी की। पुलिस जल्द खुलासा करेगी कि कौन शूटर यहां से लखनऊ गया था।
बताया जा रहा है कि दोनों युवक 2 से 3 दिन पहले ही हिरासत में लिए गए थे। अब एसटीएफ की टीम इन दोनों युवकों से पूछताछ कर रही है। जल्द ही इनकी गिरफ्तारी कर इन्हें जेल भी भेजा जा सकता है। दोनों युवकों से पूछताछ में जांच एजेंसियों को अहम सुराग मिल रहे हैं।